प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन ( Inverse trigonometric function ) : Class 12th Mathematics Notes By Ravikant Sir

प्रतिलोम फलन ( Inverse function ) : यदि फलन f : A → B एकैकी आच्छादक है तो f-1 : B → A जो y ∈ B को एक अद्वितीय x ∈ A से संबंध कराता हैं, f का प्रतिलोम फलन कहलाता है | 

  f : A → B ⇒ f ( x ) = y ⇔ f-1 ( y ) = x 

   अर्थात् f : A → B ⇒ f-1 : B → A

          dom ( f-1 ) = range ( f ) 

          range ( f-1 ) = dom  ( f ) 

 

त्रिकोणमितीय फलन ( Trigonometric function ) 

फलन  प्रांत  परिसर 
(i) sin x  [ -1, 1 ]
(ii) cos x  [ -1, 1 ]
(iii) tan x  R – ( 2n + 1 ) , n ∈ z 
(iv) cot x  R – nπ, n ∈ z 
(v) sec x  R – ( 2n + 1 ) , n ∈ z  R – [ -1, 1 ]
(vi) cosec x  R – nπ, n ∈ z  R – [ -1, 1 ]

कोई भी त्रिकोणमितीय फलन एकैकी आच्छादक नहीं होता है अत: इन्हें फलने इनके प्रांत में परिवर्तन कर एकैकी आच्छादक बनाना होगा, ताकि इनका प्रतिलोम का अस्तित्व हो सकें | 

  1.  y = sin x or f ( x ) = sin x 

प्रांत = R, परिसर = [ -1, 1 ]

निम्नलिखित अंतरालों पर फलन f ( x ) = sin x एकैकी आच्छादक होगा | 

∴ f : [ – , ] → [-1, 1 ] पर  f ( x ) = sin x एकैकी आच्छादक है | 

अत: यह एक व्युत्क्रमणीय फलन है | 

f-1 : [ -1, 1 ] → [ – , ],   f ( x ) = sin-1

प्रांत = [ -1, 1 ] 

परिसर = [ – , ] = मुख्य शाखा मान 

मुख्य शाखा मान ( Principal branch values ) : इस सभी अंतरालों में से y-अक्ष के साथ वाले अंतराल को फलन के प्रतिलोम फलन का मुख्य शाखा मान कहते हैं |

 2.  y = cos x or f ( x ) = cos x 

प्रांत = R, परिसर = [ -1, 1 ] 

निम्नलिखित अंतरालों पर फलन f ( x ) = cos x एकैकी आच्छादक है – 

[ -3π, – 2π ], [ -2π, -π ], [ -π, 0 ], [ 0, π ], [ π, 2π ], [ 2π, 3π ] ……… etc. 

∴ f : [ 0,π ] → [ -1, 1 ] : f ( x ) = cos x एकैकी आच्छादक है | 

अत: यह एक व्युत्क्रमणीय फलन है | 

f-1 : [ -1, 1 ] → [ 0, π ] : y = cos-1 x 

प्रांत = [ -1, 1 ], परिसर =  [ 0, π ] मुख्य शाखा मान 

3.  f ( x ) = tan x

प्रांत = R – ( 2n + 1 ) , n ∈ z , परिसर = R 

निम्नलिखित अंतरालों पर फलन f ( x ) = tan x एकैकी आच्छादक होगा – 

∴ f : ( – , ) → R, f ( x ) = tan x एकैकी आच्छादक है | 

अत: यह एक व्युत्क्रमणीय फलन है | 

f-1 : R → ( – , ) ; y = tan-1 x 

प्रांत = R, परिसर = ( – , )

4.  f ( x ) = cot x 

प्रांत = R – nπ, n ∈ z, परिसर = R 

निम्नलिखित अंतरालों पर फलन f ( x ) = cot x एकैकी आच्छादक होगा – 

[ -3π, – 2π ], [ -2π, -π ], [ -π, 0 ], [ 0, π ], [ π, 2π ] ……… etc. 

∴ f : [ 0,π ] → R,     f ( x ) = cos x एकैकी आच्छादक है | 

अत: यह एक व्युत्क्रमणीय फलन है | 

f-1 : R – [ 0, π ], y = cos-1 x 

प्रांत = R, परिसर =  [ 0, π ] 

5.  f ( x ) = sec x 

प्रांत = R – ( 2n + 1 ) , n ∈ z 

परिसर = R – ( -1, 1 ) 

निम्नलिखित अंतरालों पर फलन f ( x ) = sec x एकैकी आच्छादक होगा – 

∴ f : → R – ( -1, 1 ) एकैकी आच्छादक है |

अत: यह एक व्युत्क्रमणीय फलन है | 

f-1 :R- ( -1, 1 ) → [ 0, π ] – { }, y = sec-1 x 

प्रांत = R – ( -1, 1 ),    परिसर = [ 0, π ] – { }

6.  f ( x ) = cosec x 

प्रांत = = R – nπ, n ∈ z, परिसर = R – ( -1, 1 )

निम्नलिखित अंतरालों पर फलन f ( x ) = cosec x एकैकी आच्छादक होगा | 

∴ f : → R – ( -1, 1 ) ,f ( x )= cosec x एकैकी आच्छादक है | 

अत: यह एक व्युत्क्रमणीय फलन है | 

f-1 : R ( -1, 1 ) → [ – , ] – { 0 }, y = cosec-1 x 

प्रांत = R – ( -1, 1 ),    परिसर =  [ – , ] – { 0 }

प्रतिलोम त्रिकोणमितीय फलन के गुणधर्म ( Properties of Inverse Trigonometric Functions ) : 

Property I: 

  1.  sin(sin-1x) = x  ,∀ x ∈ [-1,1]
  2. cos(cos-1x) = x  ,∀ x ∈ [-1,1]
  3. tan(tan-1x) = x  ,∀ x ∈ R
  4. cot(cot-1x) = x  ,∀ x ∈ R
  5. sec(sec-1x) = x  ,∀ x ∈ R – (-1,1)
  6. cosec(cosec-1x) = x  ,x ∈ R – (-1,1)
  • हम जानते है की यदि f : A →B एकैकी आच्छादक फलन है तो f-1:B→ A  का अस्तित्व होता है तथा 

  1. प्रमाण :     

                     माना sin1x = θ , जहाँ x ∈ [-1,1] 

x = sinθ ⇒ sinθ = x ⇒ sin(sin-1x) = x

Property II:

  1.  sin-1(sinx) = x , ∀ 
  2. cos-1(cosx) = x , ∀
  3. tan-1(tanx) = x , ∀
  4. cot-1(cotx) = x , ∀
  5. sec-1(secx) = x , ∀ x∈
  6. cosec-1(cosecx) = x , ∀ x∈

 प्रमाण :

  1.  जब , sinx , एकैकी आच्छादक फलन है और इसलिए इसके प्रतिलोम का अस्तित्व है |

 माना , sinx = y ⇒ x = sin-1y

⇒   x = sin-1(sinx)

  ∴ sin-1(sinx) = x , ∀ 

Property III :

  a. sin-1x = cosec-1 , x ∈ [-1, 1] – {0}

  b. cosec-1x = sin-1 , x ≤ -1 या x ≥ 1

  c. cos-1x = sec-1 , x ∈ [-1, 1]

 d. sec-1x = cos-1 , x ≤ -1 या x ≥ 1

 e.

 f. 

  Property IV :

  1. sin-1(-x) = – sin-1(x) , ∀ x ∈ [-1,1]
  2. cos-1(-x) = π- cos-1(x) , ∀ x ∈ [-1,1]
  3. tan-1(-x) = – tan-1(x) , ∀  x ∈ R
  4. cot-1(-x) = π- cot-1(x) , ∀ x ∈ R
  5. sec-1(-x) = π- sec-1(x) ,∀ x ∈ R – (-1,1)
  6. cosec-1(-x) = – cosec-1(x) ,x ∈ R – (-1,1)

Property V :

  1. sin-1x + cos-1x  = π/2 , ∀ x ∈ [-1,1]
  2. tan-1x + cot-1x  = π/2 , ∀ x ∈ R
  3. sec-1x + cosec-1x  = π/2 , ∀ x ∈ R – (-1,1)

Property VI :

Property VII:

Property VIII:

Property IX:

Property X:

 

 

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