भारत में राष्ट्रवाद – Bihar Board Class 10th Social Science Subjective Question-answer 2023

लघु उत्तरीय प्रश्न 

1. चंपारण सत्याग्रह का संक्षिप्त उल्लेख करें

उत्तर – 1917 में गाँधीजी ने तीनकठिया व्यवस्था और निलहों के विरुद्ध किसानों को संगठित होकर सत्याग्रह करने के लिए प्रेरित किया | 

2. रॉलेट ऐक्ट के विषय में आप क्या जानते हैं ? 

उत्तर – 1919 में पारित इस ऐक्ट द्वारा मात्र संदेह के आधार पर किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा सकता था | 

3. खिलाफ आंदोलन होने का कारण क्या था ? 

उत्तर – सेर्क्स की संधि के बाद तुर्की के खलीफा की शक्ति और प्रतिष्ठा में कमी होना | 

4. साइमन कमीशन भारत क्यों आया था ? 

उत्तर – 1919 के अधिनियम द्वारा स्थापित उत्तरदायी शासन की स्थापना में किए गए प्रयासों की समीक्षा करने तथा आवश्यक सुझाव देने के लिए | 

5. गाँधीजी ने दांडी की यात्रा क्यों की ? 

उत्तर – इस यात्रा द्वारा गाँधीजी ने सविनय अवज्ञा आन्दोल्सं आरंभ किया और नमक कानून तोड़ा | 

6. ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन काँग्रेस की स्थापना क्यों हुई ? 

उत्तर – असंगठित मजदूरों को संगठित करने और उन्हें राष्ट्रिय आंदोलन में सम्मिलित करने के उद्देश्य से 31 अक्टूबर 1920 को इसकी स्थापना की गई | 

7. भारत में राष्ट्रवाद के उदय के सामाजिक कारणों पर प्रकाश डालें | 

उत्तर – अँगरेजों की प्रजातीय विभेद की निति तथा माध्यम वर्ग का उदय भारतीय राष्ट्रवाद के उदय के प्रमुख सामाजिक कारण थे | भारतीयों को हेय दृष्टि से देखने, उन पर अनेक प्रतिबंध लगाने तथा सरकारी सेवाओं से उन्हें अलग रखने की निति से जनमानस उद्वेलित हो उठा | इसी प्रकार, अँगरेजी शिक्षा प्राप्त मध्यम वर्ग के उदय तथा प्राचीन भारतीय संस्कृति का ज्ञान होने से भारतीयों में भी स्वतंत्रता, समानता और नागरिक अधिकारों की माँग जोर पकड़ने लगी | 

8. रॉलेट ऐक्ट क्यों पारित किया गया ? इसका क्या परिणाम हुआ ? अथवा, रॉलेट ऐक्ट क्या  था ? इसका विरोध क्यों किया गया ? 

उत्तर – भारत की क्रांतिकारी गतिविधियों और अंकुश लगाने के लिए 1919 में यह ऐक्ट पारित किया गया | इसके अनुसार, संदेह के आधार पर ही किसे को गिरफ्तार कर, बिना मुक़दमा चलाए दंडित किया जा सकता था | भारतीयों में इसकी तीखी प्रतिक्रिया हुई | इसे ‘काला ऐक्ट कहा गया | इसका घोर विरोध किया गया | इसीके विरोध के फलस्वरूप जलियाँवाला बाग हत्याकांड हुआ | 

9. जलियाँवाला बाग हत्याकांड के विषय में आप क्या जानते हैं ? 

उत्तर – 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियाँवाला बाग में बैसाखी के दिन  एकत्रित सभा रॉलेट ऐक्ट एवं पुलिस की दमनकारी नीतियों का विरोध कर रही थी | सभा की कार्रवाई के बीच में ही अमृतसर का सैनिक कमांडर जनरल डायर वहाँ पहुँचा और प्रवेश-द्वार बंद कर निहत्थी भीड़ पर अंधाधुंध गोलियाँ चलवा दीं | इस हत्याकांड में 379 लोग मरे गए तथा करीब 1,200 लोग जख्मी हुए | 

10. खिलाफत आंदोलन पर एक टिपण्णी लिखें | अथवा, खलाफत आंदोलन का कारन बताएँ |

उत्तर – तुर्की का सुलतान ‘खलीफा’ इसलामी जगत का धर्मगुरु भी था | सेवर्स की संधि द्वारा उसके शक्ति और प्रतिष्ठा नष्ट कर दी गई | इससे भारतीय मुसलमान उद्वेलित हो गए | खलीफा को पुराना गौरव दिलाने के लिए 1919 में अलिबंधुओं ने खिलाफत समिति बनाकर आंदोलन करने के योजना बनाई | 17 अक्टूबर 1919 को ‘खिलाफत दिवस’ मनाया गया | 1924 में मुस्तफा कमालपाशा द्वारा खलीफा के पद को समाप्त कर देने से खिलाफत आंदोलन समाप्त हो गया | 

11. असहयोग आंदोलन प्रथम जनांदोलन था | कैसे ? व्याख्या करें | 

उत्तर – गाँधीजी के नेतृत्व में चलाया जानेवाला यह प्रथम जनआंदोलन था | इसमें असहयोग और बहिष्कार की नीति प्रमुखता से अपनाई गई | इस आंदोलन का व्यापक जनाधार था | शहरी क्षेत्र में मध्यम वर्ग तथा ग्रामीण क्षेत्र में किसानों और आदिवासियों का इसे व्यापक समर्थन मिला | श्रमिक वर्ग की भी इसमें भागीदारी रही | इस प्रकार, यह पहला जनआंदोलन बन गया | 

12. सविनय अवज्ञा आंदोलन की क्या उपलब्धियाँ थीं ? अथवा, सविनय अवज्ञा आंदोलन के क्या परिणाम हुए ?

उत्तर – 

  1. जनआंदोलन का विस्तार हुआ | इसमे समाज के सभी वर्गों ने भाग लिया | 
  2. पहली बार बड़ी संख्या में महिलाएँ घरों से बहार निकलीं एवं आंदोलन में शरीक हुई | 
  3. आर्थिक बहिष्कार की नीति से ब्रिटिश आर्थिक हितों को क्षति पहुँची | 
  4. सरकार पहली बार काँग्रेस से समझौता करने पर विवश हुई | 
  5. भारत में संवैधानिक सुधारों की प्रक्रिया में तेजी आई | 

13. ऑल इंडिया मुस्लिम लीग की स्थापना कैसे हुई ? इसकी आरंभिक नीति क्या थी ? अथवा, मुस्लिम लीग के क्या उद्देश्य थे ? 

उत्तर – 1906 में मुसलमानों का एक शिष्टमंडल अपनी माँगों के साथ आगा खाँ के नेतृत्व में वायसराय मिन्टो से शिमला में मिला | मिन्टो ने उनकी माँगों को पूरा करने का आश्वासन दिया | ढाका में एकत्रित प्रमुख मुसलमानों ने 30 दिसंबर 1906 को मुस्लिम लीग की स्थापना की | लीग ने सरकार के साथ सहयोग का रास्ता अपनाया तथा सरकारी नौकरियों, व्यवस्थापिका सभाओं में प्रतिनिधित्व एवं पृथक निर्वाचन मंडलों की माँग की | 

14. साइमन कमीशन पर एक संक्षिप्त टिपण्णी लिखें | 

उत्तर – साइमन कमीशन ( आयोग ) फरवरी 1928 में भारत आया | इसका उद्देश्य 1919 के अधिनियम द्वारा स्थापित उत्तरदायी शासन की स्थापना में किए गए प्रयासों की समीक्षा करना एवं आवश्यक सुझाव देना था | 

                                            आयोग के बंबई ( मुंबई ) पहुँचने पर इसका स्वागत काले झंडों एवं प्रदर्शनों से किया गया एवं ‘साइमन वापस जाओ ‘के नारे लगाए गए | देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए जिसका जवाब अँगरेजी पुलिस ने लाठी से दिया | 

14. बिहार के किसान आंदोलन का संक्षिप्त परिचय दीजिए | 

उत्तर – 1922-23 में शाह मुहम्मद जुबैर ने मुंगेर में किसान सभा का गठन किया | बिहार में किसान आंदोलन को स्वामी सहजानंद सरस्वती ने प्रभावी बनाया | 1928 में उनहोंने बिहार में तथा 1929 में सोनपुर में किसान सभा की स्थापना की | पहली सितंबर 1936 को बिहारसहित समूचे देश में किसान दिवस मनाया गया | किसानो ने  बकाश्त आंदोलन भी  चलाया | किसान जमींदारी शोषण, बेगारी की समाप्ति एवं लगान में कमी की माँग कर रहे थे |   

15. प्रथम विश्वयुद्ध के किन्हीं दो कारणों का वर्णन करें | 

उत्तर – युद्ध के दो कारण थे – यूरोपीय शक्ति-संतुलन का बिगड़ना तथा साम्राज्यवादी प्रतिस्पर्द्धा | 1871 के बाद जर्मनी इंगलैंड और फ्रांस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया | साम्राज्यवादी प्रतिस्पर्द्धा औद्योगिक क्रांति के परिणामस्वरूप उत्पन्न औपनिवेशिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए हुई | 

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 

1. भारत में मजदूर आंदोलन के विकास का वर्णन करें |  

उत्तर – 20वीं शताब्दी के आरंभ में भारत में मजदूरों के आंदोलन हुए तथा उनके संगठन बने | श्रमिक आंदोलन को वामपंथियों का सहयोग एवं समर्थन मिला | शोषण के विरुद्ध श्रमिक वर्ग संगठित हुआ | अपनी माँगों के लिए इसने हड़ताल का सहारा लिया | प्रथम युद्ध के पूर्व, इसके दौरान और बाद में अनेक हड़तालें हुई | हड़ताल को सुचारू रूप से चलने के लिए मजदूरों ने अपने संगठत बनाए | 1920 में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन काँग्रेस का गठन लाला लाजपत राय की अध्यक्षता  में हुआ | विभिन्न श्रमिक संगठनों को इससे संबद्ध किया गया | आगे चलकर साम्यवादी प्रभाव के कारण इस संघ में फूट पड़ गई और साम्यवादी विचारधारा से प्रभावित संगठन-ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन फेडरेशन, रेड ट्रेड यूनियन काँग्रेस-का गठन हुआ | 1935 में तीनों श्रमिक संघ पुन: एकजुट हुए | तब से श्रमिक संघ विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रभाव में मजदूरों के हक की लडाई लड़ रहे हैं |  

 

 

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