Paragraph – I
I believe that the civilization India has evolved is not be beaten in the world.
मुझे विश्वास है कि भारत में विकसित हुई सभ्यता को दुनिया में चुनौती नहीं दिया जा सकता |
Nothing can equal the seeds sown by our ancestors .
हमारे पूर्वजो द्वारा बोये गये बिज के बराबर कुछ भी नहीं हो सकता है |
Rome went, Greece Shared the same fate , the night of the pharaohs was broken,
रोम बबार्द हो गया, ग्रीस का भी वाही हल हुआ फारोह का बल टूट गया |
japan has become westernized ; of china nothing can be said,
जापान पश्चिमी सभ्यता के रंगों में रंग गया, चीन के बारे में कहा ही नहीं जा सकता |
but India is still, somehow or other,
लेकिन भारत अभी भी, किसी न किसी प्रकार से
Sound at the foundation
अपनी नींव पर जमा हुआ है |
The people of Europe learn their lessons from the writings of the men of Greece or Rome which exist no longer in their former glory.
यूरोप के लोग ग्रीस या रोम के लेखन से सबक सीखी जो अपने पहले के गौरव में मौजूद नहीं है |
In trying to learn from them,
उनसे सीखने की कोशिश में,
the Europeans imagine that they will avoid the mistakes of Greece and Rome.
योरोपियन (यूरोप के लोग) कल्पना किये कि हमलोग ग्रीस और रोम के गलतियों से बचेंगें |
such is their pitiable condition.
जैसा की उनका दयनीय स्थिति है |
Paragraph – 2
In the midst of all this,
इन सबों के बीच में
India remains immovable and that is her glory.
भारत अचल रहा यही इसका गरिमा है |
It is a charge against India that her people are so uncivilized, ignorant and stolid, that it is not possible to induce them to adopt any change,
भारत के विरुद्ध आरोप लगाया जाता है कि इसके लोग इतने असभ्य ,अज्ञानी और भावहीन है कि उन्हें किसी भी प्रकार के परिवर्तन के लिए राजी करना संभव नहीं है |
It is a charge really against our merit.
वास्तव में, यह आरोप हमारे गुण के विरुद्ध है |
What we have tested and found true on the anvil of experience, we dare not change
जिसे हम अनुभव के निहाई पर परखा और सही पाया, हमें बदलने की साहस नहीं है |
many trust their advice upon India, and she remains steady.
कइयों ने भारत पर अपनी राय दिये पर हम अटल रहे
This is her beauty; it is the sheet anchor of our hope.
यही हमारी खुबसुरती है, यही हमारी आशा की रक्षक हैं |
Paragraph – 3
Civilization is that node of conduct which points out to man the path of duty
सभ्यता चाल-चलन है जो इंसान को कर्त्तव्य की राह दिखाती है |
Performance of duty and observance of morality are Convertible terms.
कर्त्तव्य का प्रदर्शन और नौतिकता का पालन परिवर्तनीय नियम है |
To observe morality is to attain mastery over our minds and our passions.
नौतिकता का पालन करना हमारे मन और हमारे इच्छा पर काबू प्राप्त करना है |
So doing, we know ourselves.
ऐसा करने से, हम स्वंम को जानते है |
The Gujrati equivalent for civilization means “good conduct. ”
गुजराती में सभ्यता के समानार्थक अच्छा आचरन है |
Paragraph – 4
If this definition be correct, then India, as so many writers have shown, has nothing to learn from any body else, and this is as it should be.
यदि यह परिभाषा सही है, तो भारत, जैसा कि बहुत सारे लेखकों से पता चलता है, कि किसी और से सीखने, की आवश्यकता नहीं है | और यह वैसा ही है जैसा कि इसे होना चाहिए |
Paragraph – 5
We notice that the mind is a restless bird, the more it gets the more it wants, and still remains unsatisfied.
हम देखते हैं कि मन एक बेचैन पक्षी के समान है जितना ही, अधिक इसको मिलता है उतना, ही अधिक चाहता है फिर भी असंतुष्ट रहता है |
The more we indulgence in our passions, the more unbridled they become.
जितनाही अधिक हम अपनी इच्छाओं में संलिप्त रहेंगे, उतनाही अधिक ये बेलगाम होगा |
our ancestors, therefore, set a limit to our indulgences.
इसीलिए हमारे पूर्वजों ने हमारे भोग विलास की एक सीमा तय की है |
They saw that happiness was largely a mental condition.
उन्होंने देखा की खुशी बहुत हद तक एक मानसिक स्थिति है |
Paragraph – 6
A man is not necessarily happy because he is rich, or unhappy because he is poor.
यह जरुरी नहीं है कि एक आदमी खुश है क्योंकि वह अमीर है या दुखी है क्योंकि वह गरीब है |
The rich are often seen to be unhappy, the poor to be happy.
प्राय: देखा जाता है कि धनी लोग दुखी होते है, गरीब लोग सुखी |
millions will always remain poor.
लाखों हमेशा गरीब रहेंगे |
Observing all this, (यह सब देखकर) our ancestors dissuaded up from luxuries and pleasures .
हमारे पूर्वजों ने ऐसो अराम की जिंदगी और आनंद से माना किया |
we have managed with the same kind of plough as existed thousands of years ago.
हम उसी प्रकार के हल के साथ व्यवस्थित किये है जैसा कि हजारों सालों से चला आ रहा है |
we have retained the same kind of cottages that we had in former times and our indigenous education remains the same as before.
हम उसी प्रकार के कुटीर को पुन: प्राप्त किये है जो पहले से समय में था और हमारी स्वदेशी शिक्षा पहले के जैसा ही है |
We have had no system of life-corroding competition.
हमारे पास जीवन क्षय की कोई प्रतियोगिता पद्धति नहीं है |
Each followed his own occupation or trade and charged a regular ways.
प्रत्येक अपने अपने व्यवसाय या व्यापार में लगे है और एक नियमित मजदूरी लेते हैं |
It was not that we did not know how to invent machinery, but our forefathers knew that, if we set our hearts after such things, we would become slaves and lose our moral fibre.
ऐसा नहीं या कि हम मशीनरी का अविष्कार करना नहीं जानते थे, लेकिन हमारे पूवजों को पता था कि यदि हम ऐसे चीजों में अपना दिल लगाते है, तो हम उन चीजों का गुलाम बन जाएंगे और अपना आचरण खो देगे |
They, therefor, after due deliberation decided that we should only do what we could with our hands and feet.
वे लोग इसलिए विचार विमर्श करने के बाद निर्णया लिये कि हमें केवल वही करना चाहिए जो हम अपने हाथो और पैरों के साथ कर सके |
They saw that our real happiness and health consisted in a proper use of our hands and feet.
उन्होंने देखा कि हमारी वास्तविक खुशी और स्वास्थ्य हमारे हाथों और पैरों की उचित उपयोग मे है |
Paragraph – 7
They further reasoned that large cities were a snare and a useless encumbrance and that people would not be happy in them, that there would be gangs of thieves and robbers, prostitution and vice flourishing in them, and that poor men would be robbed by rich men.
उन्होंने इसके अतिरिक्त कारण दिया किबड़े शहर एक जाल है और बेकार के बोझ है और कि इन में लोग खुश नहीं रह सकते, वहाँ चोरों और डाकुँओ का गिरोह होगा, वेश्या वृति, दुर्गन लोग इसमें फलेंगे-फूलेंगे और गरीब लोगों को धनी लोगो दूरा लुटा जाएगा |
They were, therefore, satisfied with small villages-
इसलिए उन्होंने छोटे से गाँवों में ही खुश थे |
Paragraph – 8
They saw that kings and their swords were inferior to the sword of ethics,
उन्होंने देखा, कि नौतिकता के तलवार से निम्नस्तरीय राजाओं और उनकी तलवार है |
and, they therefore, held the sovereigns of the earth to be inferior to the Rishis and the Fakirs.
और इसलिए उन्होंने ॠषियों और फकीरों के नीचे धरती के संप्रभुत्व को रखा |
A nation, with a constitution like this, is fitter to teach others than to learn from others.
एक राष्ट्र, इस प्रकार के संविधान के साथ, दूसरों से सीखने के वजाय सीखाने में सक्षम है |
This nation had courts, lawyers and doctors, but they were all within bounds.
इस राष्ट्र के पास न्यायालय, वकील और डॉक्टर ये लेकिन वे सभी सीमा के भीतर थे |
Everybody knew that these professions were not particularly superior.
सभी जानते थे कि ये व्यवसय खासकर के श्रेष्ठ नहीं थे |
moreover, these vakil and vaids did not rob people;
इसके अतिरिक्त ये वकील और वैध लोगों को यूटते नहीं थे |
They were considered people’s dependents, not their masters.
वे लोगों पर आश्रित समझे जाते थे, उनके मालिक नहीं
justice was tolerably fair.
न्याय न्यायसंगत निष्पक्ष था |
The ordinary rule was to avoid courts.
साधारण नियम न्यायालयों से बचने के लिए था |
There were no touts to lure people into them.
इसमें लोगों को लुभाने के लिए कोई दलाल नहीं थे |
This evil too was noticeable only in and around capitals.
यह बुराई भी केवल शहरों और उनके आसपास देखी जा सकती थी |
The common people lived independently and followed their agricultural occupation.
साधारण लोग स्वतंत्रता पूर्वक रहते थे और अपना कृषि व्यवसाय करते थे |
They enjoyed true Home Rule.
वे घर के सच्चे नियम का आनंद लिया करते थे |
Paragraph – 9
The Indian civilizations, as described by me, has been so described by its votaries.
भातरीय सभ्यता जैसा कि मेरे द्वारा वर्णन किया गया है इसके प्रति समर्पितों द्वारा भी ऐसा ही वर्णन किया गया है |
In no part of the world, and under no civilization, have all men attained perfection,
विश्व के किसी भी हिस्से में और उसके अंदर सभ्यता नहीं है, सभी लोगों को निपुणता प्राप्त हो |
The tendency of Indian civilization is to elevate the moral being, that of the western civilization is to propagate immorality.
भारतीय सभ्यता की प्रवृति नौतिकता को बढ़ावा देना हैं जबकि पश्चिमी सभ्यता की प्रवृति अनौतिकता का प्रचार-प्रसार करना है |
The latter is godless; the former is based on a belief in god.
बाद का ईश्वर हीन है, पहले का ईश्वर में विश्वास पर आधारित है |
So understanding and so believing, it behoves every lover of India to cling to the old Indian civilization even as a child clings to the mother’s breast.
बहुत ही समझने और विश्वास करने योग्य, भारत के प्यार करने कलों के लिए जरनी है कि पुराने भारतीय सभ्यता से उसी प्रकार चिपक जाए जिसप्रकार एक बच्चा अपने माँ के छाती से चिपक जाता है |
Paragraph – 10
I am no hater of the west.
मैं पश्चिमियों से नफरत करने वाला नहीं हुँ |
I am thankful to the west for many a thing I have learnt from western literature.
मैं पश्चिमियों का आभारी हुँ कि उनकिसहित्व से से मैने बहुत कुछ सीखा है |
But I am thankful to modern civilization for teaching me that is I want India to rise to its fullest height,
लेकिन मुखे यह सिखाने के लिए मैं आधुनिक सभ्यता का आभारी हुँ कि यदि भारत को पूर्णरूप से शिखर तक पहुँचाना चाहते,
I must tell my countrymen frankly that,
मुझे अपने देशवासियों से साफ-साफ अवश्य ही कह देना चाहिए कि
after years and years of experience of modern civilization,
आधुनिक सभ्यता के वषों और वर्षों अनुभव के बा
I have learnt one lesson from it and that is that we must shun it at all costs.
मैने इससे एक सबक सीखा है और बह है कि हमें किसी भी कीमत पर इससे दूर रहना चाहिए |
Paragraph – 11
what is that modern civilization?
आधुनिक सभ्यता क्या है ?
It is the worship of the material,
यह भौतिक पदार्थ की पूजा है |
It is the worship of the brute in us-
यह हमारे अंदर की बुराइयों की पूजा है –
It is unadulterated materialism,
यह पूर्णत: भौतिक वाद है |
and modern civilization is nothing is it does not think at every step of the triumph of material civilization
और आधुनिक सभ्यता कुछ भी नहीं है यदि भौतिक सभ्यता के विजय के प्रत्येक कदम के बारे में नहीं सोचती है |
Paragraph – 12
It is perhaps unnecessary, is not useless to weigh the merits of the two civilization.
यदि संभवत: अनावश्यक है, यदि नहीं तो वेकार है दोनों सभ्यताओं के गुणों को तौलना |
it is likely that the west has evolved a civilization shited to its climate and surroundings
यह प्रतीत होता है कि पश्चिमी में विकसित हुई सभ्यता उसके जलवायु और परिवेश के अनुकूल है,
and both are good in their own respective spheres.
उसी प्रकार, हमलोगों की सभ्यता हमलोगों के परिस्थितियों के अनुकूल है |
and both are good in their own respective spheres.
और दोनों अपने-अपने संबंधित क्षेत्रों में अच्छे है |
Paragraph – 13
The distinguishing characteristic of modern civilization is an indefinite multiplicity of human wants.
आधुनिक सभ्यता के पहचान में अंतर मानवीय इच्छाओं की एक अनिश्चित बहुगुणता है |
The characteristic of ancient civilization is an imperative restriction upon, and strict regulation of these wants.
प्राचीन सभ्यता की पहचान इसपर एक आदेशात्मक प्रतिबंद्ध है और इनकी चाहतों पर नियमित प्रतिबंद्ध हैं |
The modern of western insatiableness arises really from want of living faith in a future state and therefore also in divinity.
आधुनिक या पश्चिमी आस्थिरतापन की उत्पति वास्तिव में उस समय उत्पन्न होती है | जब अभिष्य की स्थिति में विश्वासपूर्वक रहने की चाहत हो और इसलिए देव लोक की भी चाहत हो |
The restraining of ancient or eastern civilization arises from a belief,
प्राचीन या पूर्वी सभ्यता का अवरोध एक विश्वास से उत्पन्न होता है,
often in spite of ourselves, in a future state and the existence of divine power.
प्राय: भविष्य के स्थिति के बावजूद स्वम को ईश्वरीय शक्ति के आष्टित्व में लीन कर लेटा है |
Paragraph – 14
Some of the immediate and brilliant results of modern inventions one to maddening to resist.
आधुनिक अविस्कारों के कुछ न तुरंत और शानदार परिणाम भी पागल कर देने वाला होता है जिसपर कावू नहीं होता है |
but I have no manner of doubt that the victory of man lies in that resistance.
लेकिन मुझे कोई संदेह नहीं है कि मानव की विजय संधर्षों में पड़ा है |
We are in danger of bartering away the permanent good for a momentary pleasure.
हम स्थाई मलाई का सौदा क्षाणिक सुख से कर खातर मे है |
Paragraph – 15
just as in the west they have made wonderful discoveries in things material, similarly Hinduism had made still more marvellous discoveries in things of religion, of the spirit, of the soul.
जैसा की पश्चिमियों ने आश्चर्य जनक वस्तुओं और पदार्थों की खोज की है दिक उसी प्रकार हिन्दू धर्म ने भी धर्म में स्वतुओं की उमंगों की और अंतरात्माओं के क्षेत्र में अति उत्तम खोज की है |
Paragraph – 16
But we have no eye for these great and fine discoveries.
लेकिन हमलोगों के पास इन महान और सुन्दर खोजों के लिए ध्यान नहीं है |
We are dazzled by the material progress that western switch has made.
हमलोग भौतिक प्रगति के द्वारा चौधाचौध है जो पश्चिमी विज्ञान ने की है |
I am not enamoured of that progress.
मैं उस प्रगति से मोहित नहीं हुँ |
In fact, it almost seems as though God in this wisdom has prevented India from progressing along those lines so that it might fulfil its special mission of resisting the onrush of materialism,
वास्तव में ऐसा प्रतीत होता है कि मानों भगवान ने अपने ज्ञान से भारत को प्रगति के उन पक्तियों के साथ खड़ा होने से रोक दिया है ताकि वह भौतिक वाद के उफान को रोकने के अपने खास लक्ष्य को पूरा कर सके |
after all, there is something in Hinduism that has kept it alive up till now,
आखिर हिंदुत्व में कुछ तो है जो अभी तक उसे जीवित रखा है |
It has witnessed the fall of Babylonian, Syrian, Persian and Egyptian civilizations.
यह बेबीलोनियन, सीरियन परसियन और मिस्त्र की सभ्याताओं के पतन का ग्वाह है |
cast a look around you.
अपने चारों ओर नजर डालो |
where is Rome and where is Greece?
कहाँ है रोम और कहाँ है ग्रीस?
Can you find today anywhere the Italy of Gibbon,
क्या आप, आज पता कर सकते है कि गिबोन का इटली कहाँ है,
or rather the ancient Rome, for Rome was Italy?
Paragraph – 18
Go to Greece where is the world-famous Attic civilization?
ग्रीस जाओ | प्रसिद्ध गुफा सभ्यता कहाँ है?
Then coming to India, let one go through the most ancient records and then look around you and you would be constrained to say, “yes, I see have ancient India still living.”
तब भारत आकर देखों, कोई अभिलेखों को पढ़कर देखो, फिर अपने-आस-पास देखो, और तब आप कहने पर मजबूर हो जाऐंगे, हाँ मैं यहाँ अभी भी प्राचीन सभ्यता को जिन्दा देख रहे हैं |
Paragraph – 19
True, there were dung heaps, buried under them.
सच, यहाँ गोबर का ढेर भी था, यहाँ और वहाँ, लेकिन, वहाँ उसके अंदर दबा धनी खजाना भी है |
And the reason why it has Survived is that the and which Hinduism set before it was not developed along with material but spiritual lines.
और कारण कि यह अंत तक जीवितरहा इसलिए कि हिंदुत्व ने विकास का सिद्धान्त भौतिकवाद नहीं आध्यात्मिक पंक्तियों को चुना |
Paragraph – 20
our civilization, our culture, our swaraj depend not upon multiplying our mentals – Indulgence, but upon restricting wants-self denial.
हमारी सभ्यता, हमारी संस्कृति, हमारा स्वराज हमारी बहु-गुणात्मक चाहतों पर नहीं बल्कि चाहतों को स्वंम अस्वीकार और उसकी सीमा पर टिकी हुई है |
Paragraph – 21
European civilization is, no doubt, suited for the Europeans but it will mean ruin for India is we endeavour to copy it.
यूरोपियन सभ्यता, कोई संदेह नहीं, यूरोपियन के लिए अनुकूल है लिकिन यह भारत के लिए विनाशकारी होगा यदि हम इसे नकल करने का प्रयास करते हैं |
This is not to say that we may not adopt and assimilate whatever may be good and capable of assimilation by us.
यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि हम अपना और सम्मिश्रित नहीं कर सकते चाहे हमारे लिए अच्छा और सम्मिश्रित करने योग्य क्यों न हो |
as it does not also mean that even the Europeans will not have to port with whatever evil might have crept into it.
जैसा कि इसका मतलब ये भी नहीं कि जो कुछ भी बुरईयाँ यूरोपियों में बढ़ा है इसका हिस्सा यूरोपियन नहीं होगें |
Paragraph – 22
The incessant search for material comforts and their multiplication is such an evil and I make bold to say that the Europeans themselves will have to remodel their outlook.
ऐसो आराम की वस्तु की लगातार तलाश और इसमें लगातार वृद्धि एक ऐसी बुराई है कि मुझे बोलने पर मजबूर कर देती है कि यूरोपियन को स्वंम अपने दृष्टिकोण को फिर से तैयार करना होगा |
If they are not to perish under the weight of the comforts to which they are becoming slaves.
यदि वे आराम के भार से मरना नहीं चाहते है जिसके लिए वे गुलाम बन रहे हैं |
It may be that my reading is wrong,
हो सकता है कि मरा अध्ययन गलत हो,
But I know that for India to run after the Golden Fleece is to court certain death.
लेकिन मैं जनता हुँ कि भारत के लिए गोल्डेन फलीस ( कठिनाई से प्राप्त करना ) के पीछे भागना घातक सिद्ध हो सकता है |
Let us engrave on our hearts the motto of a western philosopher: “plain living and high thinking.”
आइए हम अपने दिल के गहराइयों पर पश्चिमी दार्शनिक का एक आदर्श वाक्य, सदा जीवन और उच्च विचार’ को अंकित कर लें |
Today it is certain that the millions can not have high living and we the few, who profess to do the thinking for the masses, run the risk, in a vain search after high living, of missing high thinking.
आज निश्चित है कि लाखों लोगों को ऊँच्च जीवन नहीं मिलता है और हममे से कुछ जो जनता के लिए जोखिन उठाते है उच्च रहन-सहन में रहने के बाद उच्च विचार को खो देते है |
Paragraph – 23
civilization, in the real sense of the term, consists not in the multiplication, but in the deliberate and voluntary restriction of wants
सभ्यता, वास्तव में, बहुलीकरण में नहीं बल्कि स्वेच्छा से और विस्तार पूर्वक अपनी इच्छाओं पर लगाम लगाने की जरुरत है |
This alone increases and promotes content this alone increases and capacity for service.
यह अकेले संतोष, वास्तविक सुख और सेवा की क्षमता को बढ़ावा देता है |
Paragraph – 24
A certain degree of physical harmony and comfort is necessary but above a certain level, it becomes a hindrance instead of help.
कुछ हद तक शारीरिक सदभाव और आराम आवश्यक है लेकिन एक निश्चित सीमा के ऊपर यह मदद के बजाय बाधा बन जाती है |
There fore, the idea of creating an unlimited number of wants and satisfying them seems to be a delusion and a snare.
इसलिए अनगिनत संख्या में इच्छाओं का निर्माण करना और उससे संतुष्ट होना एक भ्रम और जा के प्रतीत संतुष्ट होना एक भ्रम और जाल प्रतीत होता है |
The satisfaction of one’s physical needs, even the intellectual needs of one’s narrow self, must meet at a certain point a dead stop before it degenerates into physical and intellectual voluptuousness.
संतुष्टि एक भौतिक जरुरत है | फिर भी व्यक्ति की स्वंम की संकुचित जरुरत की पूर्ति एक निश्चित बिंदु पर मिल जाती है वह है मृत्यु | इससे पहले भी जीवन भौतिक और विलासिता में गल जाए |
A man must arrange his physical and cultural circumstances. So that they do not hinder him in his service of humanity on which all his energies should be concentrated.
एक व्यक्ति को भौतिक और संस्कृति परिस्थितियों को अवश्य ही व्यवस्था करनी चाहिए ताकि मानवता की सेवा में बाधा न हो जिसपर उसकी सारी ऊर्जा केन्द्रित होना चाहिए |
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