निर्माण उद्योग – Bihar Board Class 10th Social Science Subjective Question-answer 2023

लघु उत्तरीय प्रश्न 

1. उपभोक्ता उद्योग किसे कहा जाता है ? 

उत्तर – ऐसे उद्योग जिनके उत्पादों का उपयोग सीधे उपभोक्ताओं द्वारा किया जाता है, उपभोक्ता उद्योग कहलाते हैं, जैसे – दंतमंजन, टूथपेस्ट, तेल, कागज, पंखा, सीमेंट उद्योग इत्यादि | 

2. हुगली तट पर जूट उद्योग के विकास के कोई चार कारण लिखें | 

उत्तर – 

  1. स्थानीय कच्चे माल की सुविधा |
  2. निकटवर्ती क्षेत्रों से कोयला की प्राप्ति |
  3. हुगली नदी से जल एवं परिवहन की सुविधा |
  4. घनी आबादी के कारण सस्ते श्रमिकों की उपलब्धता |

3. राष्ट्रिय अर्थव्यवस्था में निर्माण उद्योग की भूमिका बताएँ | 

उत्तर – निर्माण उद्योग रोजगार के अवसर पैदा करके बेरोजगारी एवं गरीबी दूर करने में सहायक है | यह आधारभूत वस्तुओं का अन्य उद्योगों को आधार प्रदान करता है तथा राष्ट्रीय आय बढ़ाता है | 

4. वैश्विकरण से आप क्या समझते हैं ? 

उत्तर – देश की अर्थव्यवस्था को विश्व की अर्थव्यवस्था के साथ बिना किसी प्रतिबंध के पूँजी, तकनीक एवं व्यापारिक आदान-प्रदान की छूट देकर जोड़ना वैश्वीकरण कहलाता है | 

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न  

1. भारत के सीमेंट उद्योग का वर्णन करें | 

उतर – 1904 में तमिलनाडू के मद्रास में प्रथम सीमेंट उद्योग लगाया गया था | वर्त्तमान समय में 190 बड़े कारखाने सोमेंट का उत्पादन कर रहे हैं | नगरीय जनसंख्या में वृद्धि , ग्रामीण क्षेत्र में पक्के मकानों के निर्माण की होड़ तथा सड़क, पुल आदि के निर्माण में वृद्धि होने से सीमेंट उद्योग प्रगति पर है | 

उद्योग के स्थानीकरण के कारक 

  1. कच्चे माल – सीमेंट उद्योग के प्रमुख कच्चे माल हैं – चुना-पत्थर, जिप्सम, चिकनी मिट्टी, कोयला तथा ऐलुमिनिय | 
  2. शक्ति के साधन – शक्ति के साधन के रूप में कोयला शक्ति या विधुत शक्ति का प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होना इस उद्योग के लिए आवश्यक है | 
  3. परिवहन साधन – खनन क्षेत्र से कच्चे माल को ढ़ोने के लिए तथा तैयार माल को बाजार में पहुँचने के लिए सड़क मार्ग और रेलमार्ग की आवश्यकता पड़ती है | 
  4. पूँजी – भारी-भारी मशीनों की खरीद, इमारतों के निर्माण तथा कर्मचारियों के वेतन, भत्ता आदि के लिए पर्याप्त मात्रा में पूँजी का होना एक जरुरी कारक हैं |  

देश में सीमेंट उद्योग का वितरण 

सीमेंट उद्योग के कारखाने देश के कई राज्यों, यथा-मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडू, कर्नाटक, महाराष्ट्र आदि में वितरित हैं | कटनी, सतना, जबलपुर, विजयवाड़ा, दुर्ग, विशाखापट्नम, जामनगर, अहमदाबाद, तिरुलावेली, तुलुकपट्टी, भद्रावती, चंद्रपुर, रत्नगिरि, चुर्क, चुनार, डालमियानगर, कल्याणपुरा, सिंदरी, बंजारी आदि सीमेंट उत्पादन के महत्त्वपूर्ण केंद्र हैं | 

    भारत में उत्पादित सीमेंट का निर्यात बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, मध्य पूर्व तथा द० पू० एशिया के देशों में किया जाता है | 2014-15 में 2,052 लाख टन सीमेंट का उत्पादन भारत में हुआ | 

 

 

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